बॉम्बे हाई कोर्ट ने आज फिल्म मोतीचूर चकनाचूर के ट्रेलर पर स्टे लगा दिया है. ट्रेलर को 10 अक्टूबर को रिलीज होना था. फिल्म में लीड रोल में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अतिया शेट्टी हैं.


देव मित्र बिस्वाल ने अपने ड्यूज क्लियर नहीं होने के कारण कोर्ट में याचिका दायर की थी. बिस्वाल ने फिल्म निर्माता बुडपीकर मूवीज प्राइवेट लिमिटेड पर ड्यूज क्लियर नहीं करने के कारण रोक लगाने की गुहार लगाई थी. बिस्वाल इस फिल्म की राइटर हैं.



देव मित्र बिस्वाल के मुताबिक, उनके और फिल्म निर्माताओं के बीच कॉन्ट्रैक्ट हुआ था. जिसमें उन्हें इस काम के बदले 11 लाख रुपए का भुगतान किया जाना था. देव मित्र बिस्वाल ने अपनी याचिका में कहा कि कंपनी कॉन्ट्रैक्ट की अनदेखी कर रहा है. यह राइटर स्टोरी और फिल्म डायरेक्टर एग्रीमेंट 26 अप्रैल 2018 को हुआ था.



देव मित्र बिस्वाल के वकील ध्रुती कपाड़िया ने कोर्ट में कहा कि बिस्वाल फिल्म में क्रेडिट के हकदार थे और उन्होंने फिल्म का 90 प्रतिशत काम पूरा किया है. शूटिंग पूरी होने के बाद, रिस्पोंडेंट्स (प्रोड्यूसर्स) के लिए एक स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया, जिसे क्रू मेंबर्स ने पसंद किया था.



क्या हैं आरोप?
कपाड़िया के मुताबिक, बिस्वाल पांच साल से स्क्रिप्ट के लिए काम कर रही है. जब उन्होंने इसे प्रोड्यूसर को दिखाया तो इसे खूब पसंद किया गया. नतीजतन, उनके बीच तीन फिल्में बनाने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट किया गया था. जिनमें से मोतीचूर चखनाचूर पहला था. उन्होंने इस फिल्म के लिए 11 लाख रुपए मिलने थे, जबकि उन्हें इसके बदले सिर्फ 6 लाख रुपए दिए गए हैं.



याचिका में कहा गया कि फिल्म की जब एडिटिंग हो रही थी तो कंपनी के डायरेक्टर में से एक राजेश भाटिया के उनके साथ कुछ रचनात्मक मतभेद थे. सुनील शेट्टी की मौजूदगी में उनके साथ शोडाउन हुआ. बिस्वाल को कंपनी की तरफ से एक ईमेल मिला, जिसमें उनकी सेवाएं निरस्त करने के बारे में लिखा हुआ था.



प्रोड्यूसर की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने के बाद देव मित्र बिस्वाल ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. बिस्वाल की वकील ध्रुती कपाड़िया ने बताया कि फिल्म के प्रोड्यूसर को कोर्ट के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है.
 

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