नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक बुंदेलखंड की अब तस्वीर बदलने जा रही है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने जा रहे हैं। इससे इस इलाके के विकास की संभावनाओं के कई द्वारा खुल जाएंगे।

 

अब तक यह क्षेत्र दस्यु समस्या, प्रकृति की मार और राजनेताओं की अनदेखी की वजह से विकास की मुख्यधारा से कटा रहा है। एक्सप्रेसवे के सहारे औद्योगिक विकास बुंदेलों की किस्मत बदल सकता है। 14849 करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेस वे का निर्माण होगा। इससे चित्रकूट से दिल्ली के बीच का सफर 12 घंटों के बजाय सिर्फ 5 घंटे में पूरा हो जाएगा।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार दोपहर एक बजे के बाद प्रयागराज से हेलीकाप्टर से गोंडा गांव पहुंचेंगे। उनके साथ यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आएंगे। गोंडा गांव में प्रधानमंत्री मोदी बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास के साथ कृषि, पेयजल परियोजनाओं व यूपिडा के स्टालों का अवलोकन करेंगे।

 

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास शनिवार को चित्रकूट के भरतकूप में झांसी-प्रयागराज हाईवे पर पीएम नरेंद्र मोदी दोपहर लगभग एक बजे करेंगे। 296 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से शुरू होगा, जो बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन होते हुए इटावा के कुदरौल गांव के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा।

 

तय हुए कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री दोपहर दो बजे मंच से बटन दबाकर बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे और फिर सभा को संबोधित करेंगे। भाजपाई बुन्देलखंड के सातों जिलों के अलावा आसपास के जिलों और एमपी तक से भीड़ एकत्र करने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री की सभा को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं, कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

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