मनोहर लाल खट्टर लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं. दिवाली (Diwali) के दिन उन्होंने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा राज भवन में सीएम पद की शपथ ली. राज्यपाल सत्यदेव नारायण ने खट्टर को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन की साझेदार जननायक जनता पार्टी (JJP) के मुखिया दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उपमुख्यमंत्री बने हैं. दुष्यंत चौटाला के शपथ ग्रहण के दौरान कथित तौर पर नारेबाजी हुई.


बीजेपी से अनिल विज और कंवरपाल गुर्जर तो जेजेपी से राजकुमार गौतम और ईश्वर सिंह के शपथ लेने की चर्चा थी. लेकिन सीएम और डिप्टी सीएम के अलावा अन्य किसी का शपथ ग्रहण नहीं हुआ. कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही होगा.




जेपी नड्डा, प्रकाश सिंह बादल और हिमाचल सीएम हुए शामिल
मनोहर लाल खट्टर के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, अजय चौटाला और अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल शामिल हुए. पिछली बार 26 अक्टूबर 2014 को जब खट्टर ने शपथ ली थी, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं अकाली दल के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल मौजूद थे.




शनिवार को पेश किया था
दावामनोहर लाल खट्टर को शनिवार को आम सहमति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था. खट्टर के नाम का प्रस्ताव विधायक अनिल विज और कुंवर पाल ने रखा और अन्य बीजेपी विधायकों ने उनका समर्थन किया था. विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद खट्टर ने हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के पास सरकार बनाने का दावा पेश किया था.




राज्य में गठबंधन की सरकार
हरियाणा में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और जेजेपी के बीच शुक्रवार को समझौता हुआ था. विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी बहुमत से छह सीट दूर रह गई थी. समझौते के तहत यह तय हुआ था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा, जबकि उपमुख्यमंत्री का पद जेजेपी को मिलेगा. इसी के तहत दुष्यंत चौटाला राज्य के उपमुख्यमंत्री बनें. दिल्ली में अमित शाह के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा में बीजेपी को समर्थन देकर गठबंधन का ऐलान किया था.


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