अगर मुंबई पुलिस के जवानों की जान कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जाती है तो जवानों के परिजन को मुआवजे के तौर पर 65-65 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मृत पुलिसकर्मियों का परिवार महाराष्ट्र सरकार से 50 लाख रुपये और एक आश्रित के लिए नौकरी का हकदार होगा। साथ ही मुंबई पुलिस फाउंडेशन (एमपीएफ) से 10 लाख रुपये और निजी बैंक बीमा कवर के माध्यम से पांच लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।

 

 


पुलिस प्रवक्ता और डीसीपी प्रणय अशोक ने इस बात की पुष्टि की है कि इस आशय का निर्णय पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की ओर से लिया गया है। कोरोना वायरस के कारण अब तक, मुंबई के आठ पुलिसकर्मियों की मौत हुई है और शहर में 600 से अधिक संक्रमित हैं। व्यवसायिक समुदाय, पेशेवरों, सिलेब्स और बॉलीवुड हस्तियों से दान स्वीकारने के लिए 2018 में धर्मार्थ ट्रस्ट एमपीएफ की स्थापना की गई थी। इस पंजीकृत ट्रस्ट को प्राप्त चंदे का इस्तेमाल पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए किया जाएगा।

 

 

 

संयुक्त पुलिस आयुक्त नवल बजाज ने कहा कि यह पैसा शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में 48 घंटे के भीतर ट्रांसफर किया जा रहा है। कोरोना के कारण मुंबई पुलिस ने अब तक चंद्रकांत जी. पेंडुरकर (57), संदीप एम. सुर्वे (53), शिवाजी एन. सोनवने (57), सुनील डी. कारगुटकर, मुरलीधर एस. वाघमारे (55), भगवान एस. पार्टे (46), मधुकर वाई. माने (57) और अमोल एच. कुलकर्णी (32) को खो दिया है।

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