नयी दिल्ली। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद् (UNHRC) सत्र आज (9 सितंबर) से शुरू हो रहा है। यह सत्र 9 सितंबर से 27 सितंबर तक चलेगा। बताया जा रहा है कि यूएनएचआरसी सत्र के दौरान पाकिस्तान अनुच्छेद का मुद्दा उठा सकता है। पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कश्मीर पर अपना पक्ष रखेंगे।


भारत ने 370 हटाए जाने के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में किसी देश का समर्थन न मिले इसके लिए सरकार संयुक्त राष्ट्र महासभा, संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद्, यूरोपियन संसद और अमेरिकी कांग्रेस के साथ लगातार कूटनीतिक संपर्क बना रखा है। दरअसल पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी का अभियान छेड़ रखा है जिससे इसकी संभावना बढ़ जाती है की जिनेवा में 9 से 27 सितंबर तक चलने वाले यूएनएचआरसी सत्र में पाकिस्तान को इस मुद्दे पर किसी देश का समर्थन लेने की कोशिश कर सकता है। 


वहीं, पाकिस्तान के किसी भी चाल पर भारत की पैनी नजर रहेगी। भारत चाहेगा कि पाकिस्तान के इस मुद्दे पर किसी देश का समर्थन न मिल सके। बता दें कि इस सत्र में पाक अगर प्रस्ताव को आगे बढ़ाएगा तो उसे इस सत्र में 19 सितंबर तक लाना होगा।


इससे पहले पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने कहा था कि इस्लामाबाद कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में उठाने की योजना बना रहा है। कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान मामलों की सीनेट कमेटी को फैसल ने अवगत कराया कि यूएनएचआरसी फोरम के इस्तेमाल सहित विभिन्न विकल्पों को लेकर चर्चा की जा रही है।



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