हिन्दू धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति के घर में आपको मंदिर अवश्य मिलेगा। धर्म-शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि जिस घर मे मंदिर या पूजा घर होता है तो उससे घर मे शांति बनी रहती है इसके अलावा परिवार में भी सुख-शांति की बयार चलती है। कहा जाता है कि भगवान की पूजा अगर सच्चे मन से की जाती है तो भगवान आपकी जरूर सुनते है। लेकिन वही अगर अपने इष्ट देव की आराधना करते समय हमसे कुछ गलती हो जाती है तो हमारे लिए परेशानियां बढ़ सकती है। और भगवान भी हमसे रूष्ट हो सकते है। इसलिए पूजा करते समय कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। आइए हम आपको कुछ ऐसी ही बातें बता रहे है।

 

 

काले तिल का उपयोग
आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि आप पूजा करते समय केवल सफेद तिल का ही इस्तेमाल करें। लेकिन अगर आप किसी तरह का यज्ञ या हवन कर रहे है या फिर अपने पूर्वजों के लिये कोई पूजा कर रहे तो केवल काले तिल की ही उपयोग करे।

 

हाथ जोड़ कर प्रणाम


शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि जब भी आप भगवान को प्रणाम करें तो अपने दोनों हाथों को जोड़ कर ही प्रणाम करें। इसके अलावा उसमें इस बात का भी उल्लेख है कभी भी लेटे हुए या सोए हुए व्यक्ति के पैर नॉय छुए। इसकी वजह यह है कि जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उन्हें जमीन पर लेटा कर उनके चरण स्पर्श करते है। इसलिए कभी भी जीवित व्यक्ति अगर सो रहा है या लेटा हुआ है तो उसके पैर ना छुए


तुलसी का भोग
पुराणों में इस बात का भी जिक्र है कि श्रीकृष्ण को तुलसी काफी प्रिय थी। इसलिए कृष्णजी के भोग में तुलसी की पत्तियों को भी शामिल किया जाता है। लेकिन तुलसी के पत्ते आप कभी भी नही तोड़ सकते मलतब इनको रविवार, संक्रांति, अमावस्या, पूर्णिमा और द्वादशी के दिन नही तोड़ना चाहिए।

 

जाप या जप
 
जब भी आप जप या जाप करे तो इस बात का अवश्य ध्यान रखें ऐसा करते समय कभी भी आपकी जीभ या होंठ नही हिलने चाहिए। इस प्रकार का जप सामान्य जप के मुक़ाबले सौगुना अधिक फल देता है। जब आप जप करें तो दाएं हाथ को कपड़े से ढक ले और आप चाहे तो इसे गोमुखी से भी ढक सकते है।

 

पीपल का पेड़
शास्त्रों में यह भी बताया गया है पीपल के पेड़ की जड़ो को केवल शनिवार को ही पानी के द्वारा सींचना चाहिए। ऐसा करने के बाद आपको पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा करनी चाहिए। और फिर भगवान से आपके द्वारा हई गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए।

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