एक दिन राजा को देख कर बालक में राजा बनने की बालहठ जाग गई और वो राजा बनने के ख्वाब देखने लगा।
अपनी मां से पूछा कि मां अगर राजा मर जाये तो राजा कौन बनेगा। मां ने उत्तर दिया कि राजा के बाद सेनापति राजा बन जायेगा।
बालक ने फिर प्रशन किया कि अगर सेनापति मर जाये‌ तो उसके बाद।
मां ने मंत्री का नाम ले दिया। बालक भी हठी था वो बारी बारी से सभी को मारता रहा और मां हर बार किसी को राजा बना देती।
अब तक मां भी बालक के मन की बात समझ चुकी थी ‌‌।
बालक को मन मुताबिक उत्तर नहीं मिल रहा था और वो सभी को मारता रहा।
जब मां से सहन ना हुआ तब वो बोली पुत्र चाहे सारा राज्य मर जाये पर तू राजा नहीं बनेगा क्योंकि तुझ में योग्यता नहीं है ।
धन्य है ऐसी मां जो अपने बालक को यथार्थ दिखाती थी। आज फिर एक बाल हठ हो रही है राजा बनने के लिए और पुत्र मोह में एक मां सच्चाई से मुंह मोड़ रही है।
बिना योग्यता के एक मूर्ख को राजा बनने के सपने दिखाए जा रहे हैं ।


Find out more: