अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री इस सप्ताह अपनी खांसी की चिकित्सा के लिए गले का ऑपरेशन कराने बेंगुलरु जाने वाले हैं| लेकिन उससे पहले वह पंजाब जाएंगे जहां अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी आप मुसीबतों को झेल रही है| इससे पहले केजरीवाल ने पंजाब के युवाओं को संबोधित एक वीडियो इटली में रिकॉर्ड किया था| जहां वह मदर टेरेसा को संत की उपाधि दिए जाने वाले समारोह में शामिल होने गए थे|
उस वीडियो में उन्होंने कहा था कि ऑपरेशन के बाद वह जल्दी ही पंजाब लौटेंगे और चुनाव से जुड़े सभी विषयो का निपटारा खुद ही करेंगे| उसमें उन्होंने कहा था, "चिंता मत मरो, मैं सभी गलत लोगों को पार्टी से निकाल बाहर फेकूंगा|" आने वाले साल अन्य राज्यों में होने वाली चुनावी प्रिपरेशन के चलते दिल्ली में उनकी अधिक एब्सेंस के बीच विपक्षी दल केजरीवाल को "गैर-निवासी मुख्यमंत्री" कहने लगे हैं|
केजरीवाल के सपोर्टर्स इसको खारिज करते हैं|
आप नेता दिलीप पांडे का कहना है, "यह तमगा पीएम को दिया जाना चाहिए, हमारे सीएम को नहीं|" इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा, "लोगों का केजरीवाल पर भरोसा है और वह ऐसा यकीन दिलाते हैं जिससे लोग उनकी तरफ खिंचते हैं| इसके चलते हम लोग जिन राज्यों में भी लड़ रहे हैं, वह वहां हमारा नेतृत्व करने के लिए प्रतिबद्ध हैं| और इस कारण गोवा और पंजाब कोई अलग नहीं है|" केजरीवाल 12 सितंबर को बेंगलुरु पहुंचेंगे और उसके अगले दिन नारायणा अस्पताल में उनका ऑपरेशन होगा|
वह बेंगलुरु में 10 दिन रहेंगे और 22 सितंबर को पंजाब लौटेंगे| उससे पहले वह बुधवार को पंजाब के तीन दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं| वहां वह चुनाव प्रत्याशियों के चयन के मामले को देखेंगे| उल्लेखनीय है कि पार्टी के अंदर टिकट बंटवारे में कृप्शन का मामला सामने आने के बाद पार्टी ने पंजाब चीफ सुच्चा सिंह छोटेपुर को पद से हटा दिया था|