बिहार पुलिस ने जुलाई 2022 में एफआईआर दर्ज की थी। पिछले साल जुलाई में पटना के फुलवारीशरीफ थाने में बिहार पुलिस ने गज़वा-ए-हिंद मॉड्यूल के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी जिसे पाकिस्तान से संचालित और नियंत्रित किया जा रहा था।
एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा शुरू किए गए व्हाट्सएप ग्रुप गजवा-ए-हिंद के एडमिनिस्ट्रेटर मरघूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी ने जनवरी में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। एजेंसी ने कहा कि दानिश ने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और बीआईपी मैसेंजर सहित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गजवा-ए-हिंद समूह बनाए थे। उसने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए बीडीगज़वा ई हिंदबीडी शीर्षक के साथ एक समर्पित व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया था।
एजेंसी ने कहा, मरघूब ने इन समूहों में भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन के कई लोगों को जोड़ा था। एनआईए ने कहा कि मॉड्यूल का उद्देश्य भारत पर विजय के अंतिम उद्देश्य - गज़वा-ए-हिंद के साथ प्रभावशाली भारतीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाना है। इस समूह के सदस्यों को आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल में बदलने के उद्देश्य से कट्टरपंथी बनाया जा रहा था।
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