नयी दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता और सांसद नेता मोहम्मद आजम खान ने सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर हो रहे हमलों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। इस मुद्दे पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी चेतावनी दी कि कथित लिंचिंग देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने से रोक देगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद ज्ञापन प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए आजम खान ने कहा कि देश के विभाजन के समय मुसलमानों के पास पाकिस्तान जाने का विकल्प था। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने यहां रहने का फैसला किया। उन्होंने कहा यह देश हमारा है। हमारे पूर्वजों की कब्रें यहां हैं। बीजेपी के पास पाकिस्तान जाने विकल्प कभी नहीं था।

उन्होंने कहा कि दुख होता है जब मुस्लिमों को 'वंदे मातरम' गाने के लिए मजबूर किया जाता है। अगर संविधान कहता कि किसी धार्मिक पुस्तक को पढ़ना पड़ेगा तो मैं ऐसा करने वाला पहला व्यक्ति होता। ओवैसी ने कहा कि अगर मुसलमानों को गौ हत्या को लेकर और टोपी पहनने पर हर महीने उसकी लिंचिंग की जाती हो तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की नहीं हो सकती।

इंस्टेंट ट्रिपल तलाक की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने वाले बिल के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम उन्हीं को फोलो करेंगे जो पवित्र कुरान में लिखा है और किसी का नहीं। उन्होंने कहा कि अगर प्रथा का अपराधीकरण किया जाता है तो युवा विवाह की संस्था में विश्वास खो देंगे और रिलेशन में रहना शुरू कर देंगे। आजम खान ने साथ ही आरोप लगाया कि रामपुर और उसके आसपास के 77 हजार परिवारों को लोकसभा चुनाव में वोट डालने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर मैं गलत है तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार हूं।

झारखंड में एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर मारपीट किए जाने के एक दिन बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, लिंचिंग की घटनाएं रूकने वाली नहीं है क्योंकि बीजेपी और आरएसएस ने मुसलमानों के खिलाफ नफरत बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि सफलतापूर्वक एक मानसिकता बनाई है जहां मुसलमानों को आतंकवादी, देशद्रोही और गौ-हत्यारा के रूप में देखा जाता है।

झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में स्थानीय लोगों ने एक 22 साल तबरेज नाम के व्यक्ति को इतना पीटा कि उसने दम तोड़ दिया। उसे चोरी के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। तबरेज के परिवार ने आरोप लगाया कि यह हमला सांप्रदायिक था और उसे  'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' का जाप कराया गया। तबरेज के रिश्तेदार मकसूद आलम ने बताया कि कुछ लोकल लोगों ने तबरेज की पिटाई की और बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया।

उस पर चोरी का संदेह था लेकिन यह एक सांप्रदायिक हमला था। उसे इसलिए  पीटा गया क्योंकि वह एक मुस्लिम था। उन लोगों ने उससे जय श्री राम' और 'जय हनुमान' का जाप कराया। हमें अस्पताल में उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई थी। मेरे पास उस घटना का वीडियो है। मैं दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग करता हूं। हम उस समय ड्यूटी पर रहे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।





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