दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में भड़की हिंसा के लिए भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव और कई अन्य प्रमुख नेताओं का नाम लिया है।

रैली के संबंध में जारी किए गए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के उल्लंघन के लिए प्राथमिकी उन्हें आरोपित करती है।

दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में किसान नेताओं के ट्रैक्टर प्रदर्शन के बारे में जारी एनओसी के उल्लंघन के लिए किसान नेताओं दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रा के नामों का उल्लेख है। एफआईआर में बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत के नाम का भी उल्लेख है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को एक बयान में कहा।

रैली के दौरान किसानों की हिंसा के संबंध में अब तक दिल्ली पुलिस ने कुल 22 एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है और ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा के संबंध में 200 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। उन पर दिल्ली में हिंसा करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिसकर्मियों को घायल करने का आरोप है।

पुलिस अब हर जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालकर प्रदर्शनकारियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच की मदद भी सेंट्रल दिल्ली के लालकिला, नांगलोई, मुकरबा चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकालने के लिए ली जा रही है।

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