बॉलीवुड फ़िल्मों में स्पेशल तरह के अभिनय करने के लिए प्रसिद्ध और 'पर्दे पर किसी से ना डरने वाले' अभय देओल को धरम पाजी और सनी और बॉबी से डर लगता है| इनके सामने एक्टिंग करने का है डर| अभय कहते हैं, "मेरी इच्छा है कि पूरा देओल परिवार एक साथ परदे पर नज़र आए, अगर ऐसा होता है, तब ही शायद मैं इनके सामने एक्टिंग कर पाऊंगा|" वो कहते हैं, हालांकि मुझे परिवार के साथ स्क्रीन शेयर करने में डर लगता है लेकिन अगर अच्छी स्क्रिप्ट मिलेगी तो उनके साथ ज़रूर काम करूंगा|"
'हैप्पी भाग जाएगी 'फ़िल्म शुक्रवार को प्रदर्शित होने वाली है| अभय देओल कहते हैं कि, "मैं किसी फॉर्मूले में बंधकर काम नहीं करना चाहता| फ़िल्म निर्माण एक क्रिएटिव वर्क है जिसके लिए फॉर्मूलों से बाहर निकलना बहुत ज़रूरी है|" 'हैप्पी भाग जाएगी' में अपने अभिनय के बारे उनका कहना है कि, "इस फ़िल्म में बिलाल अहमद का किरदार प्ले कर रहा हूं, जो पढ़ा-लिखा सॉफ्ट स्पोकन रिजर्व बंदा है| बहुत डिसेंट है, लेकिन हैप्पी से मिलने के बाद उसकी सारी डिसेंटनेस बाहर निकल जाती है|"
अभय देओल के अनुसार, "जब भी पकिस्तान और भारत को लेकर फ़िल्म बनती है, तो ज़ाहिर है लोगों का एक आकर्षण तो बन ही जाता है, लेकिन ज़रूरी नहीं की फ़िल्म हिट हो|" इम्तियाज़ अली की फ़िल्म ‘सोचा ना था’ से इंडस्ट्री में क़दम रखने के बाद अभय ने ‘देव डी’, ‘ओए लकी लकी ओए’, ‘ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा’ जैसी फ़िल्मों के लिए जमकर तारीफें हासिल की|
लेकिन फ़िल्म 'रांझणा' के बाद अभय दिखाई नहीं दिए थे| इस बारे में उनका कहना है कि, "मैं लगातार काम करने के बाद हर चार से पांच साल में एक ब्रेक लेता हूं, क्योंकि यह एक क्रियटिव फील्ड है, नाईन-टू-फ़ाइव का काम नहीं|"