
सूत्रों के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने और प्रोपेगेंडा फैलाने के मकसद से ज़ीशान के साथ मिलकर काम कर रही थी।
धार्मिक वीज़ा पर पाकिस्तान यात्रा और संदिग्ध मुलाकातें
करीब दो महीने पहले जब ज्योति मल्होत्रा ने धार्मिक वीजा पर पाकिस्तान यात्रा की थी, तो उन्होंने ज़ीशान को कटकसराज मंदिर पर मिलने का संदेश भेजा। इसके बाद दोनों ने अपने-अपने यूट्यूब चैनलों पर पाकिस्तान की तारीफ करते हुए वीडियो पोस्ट किए।
ज़ीशान ने अपने एक वीडियो में ज्योति को "भारत ही नहीं, पाकिस्तान की भी राजदूत" कहा था और बताया कि वह भारत में पाकिस्तान की अच्छी छवि दिखा रही हैं।
अब जांच एजेंसियां इस बात की तह में जा रही हैं कि कहीं ज्योति ने ज़ीशान या अन्य पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स को भारत-पाक सीमा (अटारी-वाघा बॉर्डर) या सुरक्षा व्यवस्था की कोई संवेदनशील जानकारी तो साझा नहीं की।
महाकाल मंदिर यात्रा पर एमपी पुलिस ने की पूछताछ
मध्य प्रदेश पुलिस की एक टीम ने भी ज्योति से पूछताछ की, क्योंकि वह अप्रैल 2023 में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर गई थीं। हालांकि, पूछताछ में इस यात्रा से जुड़ी कोई संदिग्ध या आपत्तिजनक जानकारी सामने नहीं आई।
उज्जैन के एएसपी नितेश भार्गव ने बताया,
"वह आम श्रद्धालुओं की तरह कतार में खड़ी हुईं और दर्शन किए। यह पूछताछ एहतियातन की गई थी।"
गिरफ्तारी और मामला
ज्योति को 16 मई को हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) और भारतीय दंड संहिता (BNS) की धाराओं के तहत बुक किया गया है।
पिछले दो हफ्तों में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से 12 लोगों को जासूसी नेटवर्क से जुड़े होने के शक में गिरफ्तार किया गया है, जिनमें ज्योति भी शामिल हैं।
अब सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क के तौर पर गंभीरता से जांच रही हैं।