नयी दिल्‍ली। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कद तय करेंगे। अगर दोनों राज्यों में पिछली बार से ज्यादा सीटें आईं, तो इन मुख्यमंत्रियों का बीजेपी में कद बढ़ेगा, वहीं अगर सीटों का नुकसान हुआ, तो पार्टी के अंदरखाने दोनों के नेतृत्व पर भी सवाल उठ सकते हैं।


पिछले विधानसभा चुनावों में हरियाणा में 47 सीटें जीतकर बीजेपी ने खट्टर के नेतृत्व में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तो महाराष्ट्र में सर्वाधिक 122 सीटें जीतने के बाद भी बहुमत से दूर रहने पर शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाना पड़ा था।


महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटों के के सापेक्ष बहुमत का आंकड़ा 145 सीटों का है। भाजपा के चुनाव चिन्ह पर 164 प्रत्याशी लड़ रहे हैं, जिसमें 14 उम्मीदवार सहयोगी दलों के हैं।


वहीं शिवसेना इस बार 124 सीटों पर लड़ रही है. 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ने पर क्रमश: 122 और 63 सीटें हासिल की थीं।


उधर, 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा ने 75 पर जीत का लक्ष्य तय किया है जबकि कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए लड़ी है। सुबह आठ बजे से दोनों ही‍ राज्‍यों में वोटों की गिनती का काम शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही 51 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे भी आने लगेंगे।  


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