उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कुम्हारों के लिए माटी कला बोर्ड के माध्यम से मिट्टी के बर्तनों को विलुप्त होने से बचाने और उन्हें रोजगार देने की कोशिश में है। इसके लिए अब कुम्हारों को प्रशिक्षित कर सस्ता ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। खादी ग्राम उद्योग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक, सरकार प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंधित लगाने के बाद मिट्टी के बर्तनों को बढ़ावा देने जा का विचार कर रही है।
इसीलिए माटी कला से संबंधित कामगारों को प्रशिक्षित कर उन्हें प्रोत्साहित किए जाने की योजना है। सहगल ने बताया है कि, मिट्टी का बर्तन बनाने वाले कितने लोग है, उनका सर्वे किया जा रहा है। इससे पहचान होगी कि इस कला में कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं। सर्वे में हम यह भी जानकारी कर रहे हैं कि उनके पास मिट्टी निकालने की कोई व्यवस्था है या नहीं है। अगर नहीं है तो उन्हें सबसे पहले पट्टा आवंटित किया जाएगा।
सहगल ने जानकारी देते हुए बताया है कि, कुम्हारों को मिट्टी खनन के पट्टे देने के साथ ही उनको प्रशिक्षित करने का काम किया जाएगा। आने वाले वक़्त में कुम्हारों को टूलकिट भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा कुम्हारों के उत्पादों की मार्केटिंग में सरकार पूरी सहायता करेगी। प्रमुख सचिव के मुताबिक, जिलों में कच्चे माल के लिए तालाबों में मिट्टी खुदाई के पट्टे प्रदान किए जाएगें।
click and follow Indiaherald WhatsApp channel