
नयी दिल्ली। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले स्थित नादुकट्टुपट्टी में बोरवेल में गिरा दो साल का मासूम सुजीत विल्सन आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया. लगातार की गई रेस्क्यू और लाखों लोगों की दुवाओं के बावजूद बचाया नहीं जा सका। सुजीत शुक्रवार शाम को साढ़े पांच बजे अपने घर के समीप खेलते समय बोरवेल में गिर गया था। पहले सुजीत 26 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। लेकिन गिरने के बाद सुजीत बेहोशी की हालत में फिसलते हुए 75 फीट की गहराई तक चला गया था। जब रेस्क्यू टीम सुजीत तक पहुंची तो उसकी मौत हो गई थी और शव काफी खराब स्थिति में उन्हें मिला।
सुजीत के गिरने की खबर के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था। बचाव अभियान को तेज करने के लिए लार्सन एंड टर्बो निर्मित ड्रिलिंग मशीन को काम में लगाया गया था। बोरवेल में फंसे बच्चे तक पहुंचने के लिए बराबरी में सुरंग बिछाई गई थी। शुरुआत में बच्चे तक पहुंचने के लिए बोरवेल के पास गड्ढा खोदने के लिए मशीनों को काम पर लगाया गया, लेकिन इलाका चट्टानी होने के कारण इसे बीच में ही रोक दिया गया। कई टीमों ने अपनी-अपनी तकनीकों के साथ बच्चे को बचाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से सभी असफल रहे।
इस दौरान लोग पूजा-प्रार्थना और इबादत कर सुजीत के सलामती की दुआएं मांग रहे थे। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुजीत की सलामती के लिए दुआ मांगी थी।
सुजीत का शव बरामद होने के बाद खुदाई प्रक्रिया रोक दी गई है। इस बात की जानकारी घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने दी। वहीं शव को पोस्टमार्टम के पास के अस्पताल में भेज दिया गया है। सुजीत के मौत की खबर के बाद मातम पसर गया है। वहीं परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।