डीआरडीओ के सूत्रों ने बताया कि भारत ने बुधवार को यहां ओडिशा तट से कम दूरी, सतह से सतह निर्देशित बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय का सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन द्वारा विकसित ठोस-ईंधन, युद्धक्षेत्र मिसाइल भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से पृथ्वी रक्षा वाहन पर आधारित है।

सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब साढ़े दस बजे एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से प्रक्षेपित इस मिसाइल ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया। उन्होंने कहा कि ट्रैकिंग उपकरणों की एक बैटरी ने समुद्र तट के साथ इसके प्रक्षेपवक्र की निगरानी की। भारत ने इस वर्ष कई और मिसाइल का परिक्षण किया है। जिसमे अग्नि 5 ,ब्रह्मोस शामिल है। भारत ने रूस से प्राप्त एस 400 मिसाइल प्रणाली को पंजाब में स्थापित करने का निर्णय लिया है।

प्रलय 350-500 किमी की छोटी दूरी की, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है जिसकी पेलोड क्षमता 500-1,000 किलोग्राम है। सूत्रों के अनुसार, प्रलय सतह से सतह पर मार करने वाली अर्ध बैलिस्टिक मिसाइल है। उन्नत मिसाइल को इंटरसेप्टर मिसाइलों को हराने में सक्षम होने के लिए विकसित किया गया है। यह हवा के बीच एक निश्चित सीमा को कवर करने के बाद अपना रास्ता बदलने की क्षमता रखता है।


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