विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में वायएस जगनमोहन रेड्डी (जगन रेड्डी) ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। विजयवाड़ा में स्थानीय पुजारियों ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे जगनमोहन रेड्डी से मिलकर उन्हें आशीर्वाद और शुभकामनाएं दी। विधानसभा चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल करने वाले जगन रेड्डी ने अपने चिर प्रतिद्वंदी चंद्रबाबू नायडू को करारी शिकस्त दी थी। 

राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हा ने गुरुवार दोपहर 12:23 बजे के करीब उन्हें सीएम पद की शपथ दिलवाई। 175 विधानसभा सीटों वाले आंध्र प्रदेश में रेड्डी ने बहुमत से जीत हासिल की थी। पार्टी ने 175 में 151 सीटों पर जीत हासिल की जबकि नायडू की टीडीपी 102 से 23 सीटों पर सिमटकर रह गई। वायएसआरसीपी ने 49.9 फीसदी वोट शेयर मिले जबकि टीडीपी को 39.2 फीसदी वोट शेयर मिले।

वायएसआऱ कांग्रेस पार्टी के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने 2009 में राजनीति में डेब्यू किया था उसी साल उनके पिता अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। इसके पहले उनकी पार्टी को सोनिया गांधी की नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी का समर्थन प्राप्त था लेकिन 2010 में जगन ने अपनी मां वाय एस विजयम्मा के साथ मिलकर कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और अपनी अलग पार्टी बना ली। 

उन पर कई तरह के भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे जिसके बाद उन्हें 2010 में 16 महीनों के लिए जेल की सजा भी हुई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव के कुछ समय पहले ही उन्हें जेल से रिहाई मिली थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में वायएसआरसीपी ने राज्य की 25 लोकसभा सीटों पर 22 सीटों पर विजय हासिल की। जबकि टीडीपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत हासिल की। नायडू पर हाल ही में तीखा हमला करते हुए रेड्डी ने कहा था कि नायडू की हार इस बात का सबूत है कि जो अन्याय के साथ होते हैं उनके साथ ईश्वर न्याय करता है। 2014 में नायडू ने वायएसआरसीपी से 23 विधायक और तीन सांसद को पैसे देकर खरीदा था। लेकिन 2019 के चुनाव में उनकी पार्टी मात्र 23 विधायक और तीन सांसद के साथ सिमट गई है। 


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