इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी शामिल हुए। लगभग 19 मुख्यमंत्री और इतनी ही संख्या में उपमुख्यमंत्री इस बैठक में मौजूद थे।
सेना और पीएम मोदी के समर्थन में प्रस्ताव पारित
सम्मेलन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे द्वारा प्रस्तावित एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी और प्रधानमंत्री मोदी के निर्णायक नेतृत्व की सराहना की गई।
सूत्रों के अनुसार, प्रस्ताव में कहा गया कि ऑपरेशन सिंदूर ने देशवासियों के मनोबल और आत्मविश्वास को मजबूत किया है। साथ ही, यह भी कहा गया कि पीएम मोदी का नेतृत्व सदैव सेना के साथ मजबूती से खड़ा रहा है और यह सैन्य कार्रवाई आतंकवादियों व उनके सरपरस्तों को मुंहतोड़ जवाब है।
अन्य प्रमुख मुद्दे
जाति आधारित जनगणना,
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ, और
सुशासन के मुद्दे भी बैठक के मुख्य एजेंडे में शामिल रहे।
इस सम्मेलन में विभिन्न एनडीए शासित राज्यों द्वारा अपनाई गई श्रेष्ठ शासकीय योजनाओं को साझा किया गया। कई मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों की प्रमुख योजनाओं पर प्रस्तुति दी।
पहलवान हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि
बैठक में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
यह सम्मेलन एनडीए की राष्ट्रीय सुरक्षा, सुशासन और एकजुट नीति को रेखांकित करता है और यह दर्शाता है कि आतंकवाद और आतंकी संगठनों के खिलाफ देश पूरी मजबूती के साथ खड़ा है।
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