वैसे तो अपने अनेकों सरकारी जॉब या परीक्षाओं में इंटरव्यू तो सुना ही होगा कुछ ऐसा ही संघ लोक सेवा आयोग का इंटरव्यू काफी पेंचीदा माना जाता है। इसमें अक्सर उम्मीदवारों से ऐसे सवाल पूछ लिए जाते हैं जिनका जवाब देना बेहद कठिन होता है। जिससे उनकी मानसिक और विश्लेषणात्मक क्षमता, फैसले लेने की क्षमता का आंकलन किया जा रहा है। ऐसे में जो साहस और अपनी बुद्धि से काम लेता है वही सफल हो पाएगा।


ऐसे ही एक इंटरव्यू में पूछे गए सवाल और उम्मीदवार द्वारा दिए गए जवाब के बारे में हम आपको आगे की स्लाइड्स में बता रहे हैं। किस आधार पर पूछे जाते हैं सवाल यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों से साक्षात्कार के पहले एक फॉर्म भरवाया जाता है। इसे डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म कहते हैं। इसमें अभ्यर्थी को अपने बारे में कई बातें बतानी पड़ती है। यही फॉर्म बाद में साक्षात्कार करने वाले पैनल के पास भी होता है, जो उस अभ्यर्थी से पूछे जाने वाले सवालों का आधार बनता जा रहा है। हालांकि इसके अलावा भी सवाल पूछ लिए जाते हैं। ये बात है साल 2005 की। वही जब वर्तमान में महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस मनोज कुमार शर्मा से साक्षात्कारकर्ताओं ने उनकी कमजोर अंग्रेजी पर सवाल पूछा। एक मीडिया कंपनी को दिए इंटरव्यू में मध्यप्रदेश के मनोज कुमार ने बताया कि 12वीं में कमजोर अंग्रेजी के कारण वह फेल हो गए थे। लेकिन चौथी बार में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफल हो गए। 


इंटरव्यू में उनसे पूछा गया - 'आपको इंग्लिश नहीं आती, तो आप प्रशासन कैसे चलाएंगे'?

मिली जानकारी के अनुसार मनोज कुमार ने कहा कि 'ये सवाल पूछने के बाद एक इंटरव्यूअर ने मुझसे कहा कि आप पानी पी लीजिए। इसपर मैंने जवाब दिया - ये पानी कांच के गिलास में है। मैं इसे नहीं पीऊंगा। मैं स्टील के गिलास में ही पानी पीता हूं। मेरे इस जवाब पर इंटरव्यू बोर्ड नाराज हो गया।'


वही मनोज कुमार कहते हैं कि 'पानी पर उनका जवाब सुनकर इंटरव्यू बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा- आप क्या बकवास कर रहे हैं। इसपर मैंने फिर कहा कि - सर मैं आपके सवाल का जवाब दे रहा हूं। पानी का महत्व है, न कि गिलास का। जैसे काम जरूरी है और उसे करने का हुनर, न कि भाषा।'


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