भारत ने आज दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍थाओं के मंच जी20 की अध्‍यक्षता संभाल ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी मानवता को लाभान्वित करने के लिए मौलिक मानसिकता में बदलाव के लिए एक नोट लिखा। पीएम मोदी ने भी दोहराया, भारत का जी20 एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई उन्मुख और निर्णायक होगा।

आज, जैसा कि भारत ने अपनी जी-20 अध्यक्षता शुरू की है, इस पर कुछ विचार लिखे हैं कि हम आने वाले वर्ष में एक समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और वैश्विक भलाई के लिए निर्णायक एजेंडे के आधार पर कैसे काम करना चाहते हैं, पीएम मोदी ने साझा करते हुए ट्वीट किया। भारत द्वारा जी20 की अध्यक्षता संभालने पर उनका लंबा बयान आया है।

मैं महत्वपूर्ण परिणाम देने के लिए पिछले जी20 अध्यक्षों को धन्यवाद देना चाहता हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि अभी और आगे बढ़ने का सबसे अच्छा समय है और समग्र रूप से मानवता को लाभ पहुंचाने के लिए एक मौलिक मानसिकता बदलाव को उत्प्रेरित करना है।

अपने नोट में पीएम मोदी ने कहा, मैं खुद से पूछता हूं - क्या जी20 अभी भी आगे बढ़ सकता है? क्या हम मानवता को लाभ पहुंचाने के लिए एक मौलिक मानसिकता बदलाव को उत्प्रेरित कर सकते हैं? मुझे विश्वास है कि हम कर सकते हैं। भारत की जी20 अध्यक्षता एकता की इस सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने के लिए काम करेगी। इसलिए हमारा विषय - एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है।



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