सीबीएसई के अनुसार, शैक्षणिक सत्र 2021-22 के पाठ्यक्रम को विषय विशेषज्ञों द्वारा अवधारणाओं और विषयों के परस्पर संबंध को देखते हुए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण का पालन करते हुए दो शब्दों में विभाजित किया जाएगा और बोर्ड प्रत्येक सत्र के अंत में परीक्षा आयोजित करेगा। द्विभाजित पाठ्यक्रम के आधार पर। यह शैक्षणिक सत्र के अंत में बोर्ड द्वारा कक्षा 10 और 12 की परीक्षा आयोजित करने की संभावना को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
बोर्ड परीक्षा 2021-22 के पाठ्यक्रम को जुलाई 2021 में अधिसूचित किए जाने वाले पिछले शैक्षणिक सत्र के समान युक्तिसंगत बनाया जाएगा। हालांकि, शैक्षणिक लेनदेन के लिए, स्कूल बोर्ड द्वारा 31 मार्च 2021 को जारी पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रम का पालन करेंगे। स्कूल पाठ्यक्रम के संचालन पर वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर और एनसीईआरटी के इनपुट का भी उपयोग करेगा। सीबीएसई ने कहा।
अंकों का उचित वितरण सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड द्वारा घोषित दिशा-निर्देशों और मॉडरेशन नीति के अनुसार आंतरिक मूल्यांकन/प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट कार्य को अधिक विश्वसनीय और वैध बनाने का प्रयास किया जाएगा।
click and follow Indiaherald WhatsApp channel