भारत में 'WhatsApp Pay' को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने UPI पेमेंट के लिए अप्रूवल दे दिया है। इसी के साथ NPCI ने UPI ट्रांजैक्शन पर लिमिट लगाने भी ऐलान किया है। बता दें कि भारत में तेजी से UPI ट्रांजैक्शन बढ़ रहे हैं। ये फ़ैसला रिस्क मैनेजमेंट और बढ़ते हुए UPI पेमेंट को मद्देनज़र रखते हुए किया है।

WhatsApp Pay लॉन्च भी किया जा चुका है, लेकिन इसी के साथ NPCI ने UPI ट्रांजैक्शन पर लिमिट लगाने भी ऐलान किया है. भारत में तेजी से UPI ट्रांजैक्शन बढ़ रहे हैं. एक महीने में 2 अरब UPI ट्रांजैक्शन हो चुके हैं.

नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कहा है कि थर्ड पार्टी ऐप्स को पूरे UPI ट्रांजैक्शन का सिर्फ़ 30% ही मिलेगा. थर्ड पार्टी पेमेंट ऐप्स जैसे - Google Pay और PhonePay जैसे दूसरे UPI बेस्ड पेमेंट ऐप्स हैं.

भारत में UPI पेमेंट के मामले में Google Pay और Phone Pe का सबसे बड़ा मार्केट शेयर है. इसलिए NPCI के इस फ़ैसले का सबसे ज़्यादा असर Google Pay और PhonePe को ही होगा.

NPCI ने अपनी एक प्रेस रिलीज़ में कहा है कि कोई भी थर्ड पार्टी UPI ऐप पूरे UPI ट्रांजैक्शन का 30% से ज़्यादा UPI ट्रांजैक्शन नहीं कर सकता है. ये फ़ैसला रिस्क मैनेजमेंट और बढ़ते हुए UPI पेमेंट को मद्देनज़र रखते हुए किया गया है.

NPCI ने कहा है, ‘UPI ट्रांजैक्शन हर महीने 2 अरब तक पहुँच गए हैं और इसके संभावित फ्यूचर ग्रोथ भी ज़्यादा है. इसलिए टोटल वॉल्यूम का 30% ही थर्ड पार्टी ऐप को ट्रांजैक्शन करने दिया जाएगा’.

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