17 वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत 17 जून को हो रही है। इस सत्र में सरकार के 10 अध्यादेशों को कानून में बदलने की चुनौती है। इसके लिए सरकार को विपक्ष के हरसंभव सहयोग की जरूरत होगी। नरेंद्र मोदी सरकार ने कांग्रेस को साधने के लिए अपने मंत्रियों को सोनिया गांधी से मिलने के लिए भेजा है।
इसके अलावा अभी तक स्पीकर का भी चुनाव नहीं हुआ है। 19 जून को संसद का नया स्पीकर चुना जाएगा, इसके पहले सत्ता पक्ष इस मसले पर विपक्ष की राय लेना चाहती है, सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री इस मुद्दे पर भी चर्चा कर सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में 52 सीटें जीतने वाली कांग्रेस ने अबतक नेता प्रतिपक्ष के पद पर दावा नहीं किया है। कांग्रेस पहले ही ऐलान कर चुकी है कि उसे विपक्ष के नेता का पद नहीं चाहिए। शुक्रवार की इस मीटिंग में सोनिया गांधी के साथ बीजेपी नेता इस मुद्दे पर भी चर्चा कर सकते हैं। बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के लिए कम से कम 55 सांसद होने जरूरी हैं।