मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बिहार कैबिनेट की अहम बैठक में 69 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए, जिनमें सबसे प्रमुख है गया शहर का नाम बदलकर 'गया जी' करना। इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए जवानों के परिवारों को ₹50 लाख की सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया।

सरकारी कर्मचारियों को DA में बढ़ोतरी
चुनावी साल में सरकारी कर्मचारियों को राहत देते हुए महंगाई भत्ते (DA) में 2 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। अब 1 जनवरी 2025 से DA 53% से बढ़ाकर 55% किया जाएगा। इसका लाभ राज्य के सभी सरकारी सेवकों और पेंशनधारकों को मिलेगा। बढ़े हुए DA का एरियर भी कर्मचारियों को दिया जाएगा, जिससे राज्य सरकार पर ₹1,070 करोड़ का अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा।

शहीदों के परिजनों को 50 लाख की सहायता
कैबिनेट ने ऑपरेशन सिंदूर में शहीद जवानों के परिजनों को ₹50 लाख की आर्थिक मदद देने की मंजूरी दी है। इस सहायता राशि में ₹21 लाख मुख्यमंत्री सहायता कोष और ₹29 लाख राज्य सरकार की ओर से दिए जाएंगे। यह सहायता केवल ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित शहीदों के लिए निर्धारित की गई है।

अन्य बड़े फैसले
कैंसर की रोकथाम के लिए नई कमिटी का गठन होगा, जो कैंसर केयर और रिसर्च पर काम करेगी।

जीविका दीदीयों के लिए अलग बैंकिंग व्यवस्था बनाई जाएगी, जिससे वे लोन आसानी से ले सकेंगी।

जन्म-मृत्यु पंजीकरण अब गांव स्तर पर पंचायत सचिव के माध्यम से किया जाएगा।

नए आंगनबाड़ी केंद्रों को भी मंजूरी दी गई है।

पंचायत सरकार भवनों के निर्माण के लिए ₹2,700 करोड़ (27 अरब) की राशि स्वीकृत की गई है।

सभी पंचायत भवनों में सुधा मिल्क पार्लर खोले जाएंगे।

यह बैठक राज्य प्रशासन और नागरिक सुविधाओं को मजबूत करने के लिहाज से एक अहम कदम मानी जा रही है। ‘गया’ को ‘गया जी’ का दर्जा देने का फैसला सांस्कृतिक आस्था और पहचान को मजबूती देने की दिशा में एक प्रतीकात्मक निर्णय के तौर पर देखा जा रहा है।









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