रणवीर सिंह-स्टारर जयेशभाई जोरदार के ट्रेलर ने जाहिर तौर पर फिल्म को कानूनी संकट में डाल दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेलर में प्रीनेटल सेक्स-निर्धारण सीन को लेकर यूथ अगेंस्ट क्राइम नाम के एक एनजीओ ने फिल्म के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, यूथ अगेंस्ट क्राइम नाम के एक एनजीओ ने फिल्म के ट्रेलर में प्रसवपूर्व लिंग-निर्धारण के दृश्य के चित्रण को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया है।

याचिका अधिवक्ता पवन प्रकाश पाठक ने दायर की है, जिन्होंने कहा कि ट्रेलर में लिंग निर्धारण के लिए अल्ट्रासाउंड तकनीक का इस्तेमाल किया गया था, जो पूर्व-गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम, 1994 के तहत निषिद्ध है।

याचिका में कहा गया है, "अल्ट्रासाउंड क्लिनिक दृश्य जहां बिना सेंसर के लिंग चयन के लिए अल्ट्रासाउंड की तकनीक का खुले तौर पर विज्ञापन किया जा रहा है और पीसी और पीएनडीटी अधिनियम की धारा 3, 3 ए, 3 बी, 4, 6 और 22 के अनुसार इसकी अनुमति नहीं है और इसलिए तत्काल जनहित याचिका।”


जयेशभाई जोरदार एक सामाजिक कॉमेडी ड्रामा है, जिसका लेखन और निर्देशन दिव्यांग ठक्कर ने किया है। फिल्म का निर्माण यशराज फिल्म्स के तहत आदित्य चोपड़ा और मनीष शर्मा ने किया है। रणवीर सिंह एक गुजराती व्यक्ति जयेशभाई की भूमिका निभाते नजर आएंगे, जो पितृसत्ता से लड़ता है, जबकि शालिनी पांडे फिल्म में मुख्य भूमिका निभाएंगी। बोमन ईरानी, रत्ना पाठक शाह और दीक्षा जोशी सहायक भूमिकाएं निभाएंगे।


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