अभी तक कैबिनेट का गठन नहीं हुआ है। इसमें इतना समय लगे तो यह ठीक नहीं है। देरी का कोई कारण नहीं है। यदि राज्य में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर कैबिनेट नहीं है तो यह राज्य के लोगों के लिए हानिकारक है।
शरद पवार ने भी शिवसेना और कांग्रेस के साथ गठबंधन में भविष्य के चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की, लेकिन कहा कि तीनों दलों के बीच चर्चा होनी चाहिए। अगर कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना महाराष्ट्र में एक साथ चुनाव लड़ते हैं, तो यह लोगों के हित में होगा। हमने अपनी पार्टी के स्तर पर इस पर चर्चा की है। लेकिन मेरा मानना है कि हमें कांग्रेस और शिवसेना के साथ भी इस पर चर्चा करनी होगी। तीनों पार्टियां चर्चा के बाद फैसला करेंगी।
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