हैदराबाद। तेलंगाना परिवहन निगम को सरकार में समायोजित करने की मांग पर कर्मचारियों की हड़ताल बीते शनिवर को 23वें दिन भी जारी रही। वहीं मांग पूरी न होने से नाराज एक बस चालक ने शनिवार को नालगौंडा में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। हड़ताल शुरू होने के बाद आत्महत्या का यह तीसरा मामला है।
बताया जा रहा है कि लंबे समय से वेतन नहीं मिलने की वजह से वह अवसाद में था। टीएसआरटीसी के कर्मी पांच अक्तूबर से हड़ताल पर हैं। कुछ दिन पहले एक अन्य बस चालक ने आत्मदाह की कोशिश की थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद कर्मचारियों का आक्रोश फूट पड़ा था।
हजारों कर्मचारियों ने हैदराबाद के अपोलो डीआरडीओ अस्पताल के सामने प्रदर्शन भी किया था। एक कर्मचारी के खुदकुशी करने के बाद एक और कर्मचारी ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी। टीएसआरटीसी के 48 हजार कर्मी और मजदूर यूनियन सदस्य पांच अक्तूबर से ही हड़ताल पर हैं और कार्य का बहिष्कार कर रखा है। संयुक्त कार्यसमिति के आह्वान पर हड़ताल पर गए कर्मियों की 26 तरह की मांग है। इनकी प्रमुख मांग है कि परिवहन निगम का सरकार में समायोजन किया जाए, ताकि 48 हजार कर्मी सरकारी कर्मचारी हो जाएं।