उन्होंने पूछा कि श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में कांग्रेस और राहुल गांधी जैसे उसके नेताओं को 70 साल क्यों लग गए। चुघ ने कहा कि आतंकवाद के प्रति मोदी की जीरो टॉलरेंस की नीति ने राहुल और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए कश्मीर घाटी में बर्फबारी का आनंद लेना संभव बना दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के साथ जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, जम्मू-कश्मीर भाजपा के उपाध्यक्ष शाम लाल शर्मा, भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह राणा, दलजीत सिंह चिब और अन्य पार्टी नेता सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में थे। चुघ ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 और 35-ए को हटाने का संघर्ष 70 साल तक चला।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का संघर्ष और आंदोलन का लंबा इतिहास रहा है। इतिहास के पन्ने तपस्या और त्याग से भरे पड़े हैं। जब शेख अब्दुल्ला ने जम्मू और कश्मीर में प्रवेश करने के लिए परमिट प्रणाली लागू की, तो प्रजा परिषद ने नारा दिया - देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान: नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे।
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