पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी 12 अप्रैल 2025 को भारतीय जांच एजेंसियों की अपील पर हुई थी। चोकसी फिलहाल बेल्जियम की हिरासत में है और भारत ने उसके प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध किया है।

चोकसी पर 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले में शामिल होने का आरोप है। 2018 में भारत से फरार होने के बाद, उसने एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ली थी। हाल ही में, वह बेल्जियम में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था और स्विट्जरलैंड भागने की योजना बना रहा था।

बेल्जियम में गिरफ्तारी के बाद, चोकसी ने अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए कोर्ट में जमानत की अपील की है। उसके वकील का कहना है कि वह कैंसर का इलाज करा रहा है और प्रत्यर्पण प्रक्रिया का विरोध करेगा।

भारत और बेल्जियम के बीच 1901 से प्रत्यर्पण संधि है, जिससे भारत को चोकसी को वापस लाने में कानूनी सहायता मिल सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि चोकसी बेल्जियम की अदालत में कानूनी दांव-पेंच आजमा सकता है, जिससे प्रत्यर्पण प्रक्रिया में देरी हो सकती है।

भारतीय जांच एजेंसियां चोकसी को भारत लाने के लिए बेल्जियम के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। चोकसी की गिरफ्तारी को भारत की बड़ी कूटनीतिक सफलता माना जा रहा है।

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