
पीएम मोदी ने कहा,
"ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को एक नया उत्साह दिया है, बल्कि देशवासियों को एकजुट कर दिया है। आज भारत का हर नागरिक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और संकल्पित है।"
उन्होंने कहा,
"ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य मिशन नहीं है, बल्कि यह हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है। यह तस्वीर आज देशभक्ति की भावना से देश को रंग रही है।"
ऑपरेशन सिंदूर का जनमानस पर प्रभाव
प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर का लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने कहा,
"बिहार के कटिहार, यूपी के कुशीनगर और कई अन्य शहरों में उस समय जन्मे बच्चों के नाम ‘सिंदूर’ रखे गए हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि इस मिशन ने ‘वोकल फॉर लोकल’ की भावना को और मजबूत किया है।
"अब कई परिवारों ने तय किया है कि अपने बच्चों के लिए सिर्फ भारत में बने खिलौने ही खरीदेंगे, छुट्टियों में देश के भीतर यात्रा करेंगे और शादियां भारत में ही करेंगे।"
गडचिरोली में पहली बस का स्वागत
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले के केटझरी गांव का उल्लेख करते हुए कहा,
"यह गांव वर्षों तक माओवादी हिंसा से प्रभावित रहा और वहां पहली बार बस पहुंची। गांव वालों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उसका स्वागत किया।"
पहलगाम हमले पर कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री ने पिछले 121वें एपिसोड (27 अप्रैल) में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले पर भी बात की थी।
उन्होंने कहा था,
"यह हमला देश के हर नागरिक के दिल को तोड़ गया। आतंकियों और उनके सरपरस्तों को इसका कड़ा जवाब मिलेगा।"
उन्होंने कहा,
"जैसे ही कश्मीर में शांति, विकास और लोकतंत्र मजबूत हो रहे थे, देश के दुश्मनों को यह रास नहीं आया और उन्होंने यह साजिश रची।"
चंपारण सत्याग्रह का उल्लेख
पीएम मोदी ने अप्रैल-मई महीनों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को याद करते हुए बिहार में चंपारण सत्याग्रह की बात की।
उन्होंने कहा,
"जब अंग्रेज किसानों से जबरदस्ती नील की खेती करवा रहे थे, तब गांधीजी ने किसानों के दर्द को समझा और एक ऐतिहासिक आंदोलन की शुरुआत की।"
प्रधानमंत्री ने अंत में कहा,
"आज 140 करोड़ देशवासियों की एकता, आतंकवाद के खिलाफ हमारी सबसे बड़ी ताकत है।"