दुनियाभर में हिंदी भाषा को लोकप्रिय बनाने में हिंदी फ़िल्मों ने अहम भूमिका निभाई है| लेकिन शायद आप यह जानकर हैरान हो जायेंगे की हिंदी फिल्मों के अधिकतर स्टार्स के लिए हिंदी 'हिंडी' है| शब्दों के बोलने में ही इन कलाकारों की जीभ लड़खड़ाने लगती है| लेकिन इसके बावज़ूद कलाकारों के स्टारडम पर कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ता| हिंदी सिनेमा के शिख़र पर जा पहुंची कटरीना को ठीक से हिंदी नहीं आती है| कटरीना इसे बॉलीवुड की दरियादिली मानती हैं|
यही हाल जैकलीन फ़र्नांडिस का है| वे पिछले आठ साल में क़रीब डेढ़ दर्जन फ़िल्में कर चुकी हैं| फिर भी हिंदी के शब्दों और उच्चारण से अब भी अनजान हैं| हिंदी नही आने के बावज़ूद नरगिस ने अब तक एक दर्ज़न फ़िल्मों में काम किया है और आज भी डिमांड में बनी हुई हैं| डायना पेंटी, एमी जैक्सन, एली अवराम, सनी लियोनी, लिसा हेडन, क्लॉडिया सहित कई बॉलीवुड अभिनेत्रियों का हाथ हिंदी में बहुत तंग है| लेकिन इससे ना तो उन्हें और ना ही बॉलीवुड को कोई फ़र्क पड़ता नज़र आता है|
सलमान ख़ान फ़िल्म की स्क्रिप्ट और डायलॉग रोमन फ़ॉन्ट में मांगने लगें, तो बात सर के ऊपर से जाने लगती है| ऋतिक रोशन को अब भी हिंदी के डायलॉग बोलने में ख़ासी परेशानी होती है| सैफ अली ख़ान को फ़िल्मों में 25 साल गुज़ारने के बाद भी, स्क्रिप्ट और कहानी अंग्रेजी में ही चाहिए होती है| कमल हासन और रजनीकांत ने कई हिट हिंदी फ़िल्मों में काम किया, लेकिन हिंदी आज भी उनके लिए किसी विदेशी भाषा की तरह है| हिंदी और कलाकारों के बीच इस दूरी को लेकर बॉलीवुड में भी अलग-अलग राय है|
सोहेल ख़ान कहते हैं, "हिंदी फ़िल्मों में काम करने के लिए हिंदी आनी ज़रूरी है| अगर आप हिंदी में माहिर हैं तो आपके लिए एक बड़ा एडवांटेज होगा|" वहीं नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी के मुताबिक, "मैं मानता हूं कि आप यदि हिंदी फ़िल्म में काम कर रहे हैं, तो हिंदी आना बेहद ज़रूरी है| मेरे ख़्याल से आप जिस भाषा में काम कर रहे हैं, उस पर कमांड होनी चाहिए|"