भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने वाले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद, देश में सुरक्षा सतर्कता बढ़ा दी गई है।
इसके मद्देनज़र 29 मई (गुरुवार) को पाकिस्तान से सटे चार राज्यों — गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों के साथ-साथ हरियाणा में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
हरियाणा सरकार ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत राज्य के सभी 22 ज़िलों में यह अभ्यास करेगी, जिसका उद्देश्य आपात स्थितियों में राज्य की तैयारी की समीक्षा करना है। यह अभ्यास शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक किया जाएगा, जिसमें हवाई हमले, ड्रोन हमले और युद्धकालीन आपात स्थितियों को दर्शाया जाएगा। यह संपूर्ण गतिविधि केंद्रीय गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन में की जा रही है।
ऑपरेशन अभ्यास क्या था?
इससे पहले मई महीने की शुरुआत में देशभर में ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत राष्ट्रीय स्तर पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की गई थी।
इसमें हवाई हमले, अग्निकांड, खोज और बचाव जैसे संकट की परिकल्पना कर मॉक अभ्यास किए गए। यह अभ्यास 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद पहली बार इस पैमाने पर हुआ था।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुई तैयारी
यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नामक आतंकी संगठन द्वारा किए गए हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। इसके तुरंत बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया, जिसमें PoK और पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाया गया।
इसके जवाब में देश के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों जैसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, मिज़ोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में भी रक्षा अभ्यास किए गए।
इन अभ्यासों का उद्देश्य न केवल नागरिक सुरक्षा तैयारियों को परखना है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सजगता और तत्परता को दर्शाना भी है।
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