राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को लाल किले में आयोजित एक कार्यक्रम में चार वेदों में से एक, सामवेद का पहला उर्दू अनुवाद लॉन्च किया। सामवेद का अनुवाद करने वाले फिल्म निर्माता इकबाल दुर्रानी ने कहा, औरंगजेब हार गया, मोदी जी जीत गए। दारा शिकोह ने उपनिषदों का अनुवाद किया और वेदों का अनुवाद करना चाहता था लेकिन औरंगजेब ने उसे मरवा दिया। दुर्रानी ने कहा कि 400 साल बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में मैंने वह सपना पूरा किया है।

फिल्म निर्माता ने कहा कि सामवेद को स्कूलों और मदरसों में प्रार्थना के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। यह आयोजन आरएसएस की सबसे महत्वपूर्ण संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की वार्षिक बैठक के समापन के कुछ दिनों बाद आया है। एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और पूरा समाज राष्ट्र के पुनरुत्थान के रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के लिए काम करता रहेगा।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संघ सामाजिक सद्भाव, पारिवारिक मूल्यों, पारिस्थितिक संरक्षण, स्वदेशी (भारतीय) आचरण और नागरिक कर्तव्य पर ध्यान केंद्रित करने का लक्ष्य रखेगा।

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