कैसे मिलेगा 15 मिनट में एक लाख का लोन
स्टेट बैंक की लोन देने की यह योजना पूरी तरह डिजिटल है। यानी इसके लिए आपको बैंक जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। बैंक ने इस स्कीम को ‘MSME सहज’ नाम दिया है। यह पूरी तरह से डिजिटल इनवॉइस फाइनेंसिंग सर्विस है। जिस कारोबारी को लोन चाहिए, उसे जरूरी डॉक्यूमेंट बैंक की ऐप योनो (YONO) पर अपलोड करने होंगे। लोन की मंजूरी मिलने के 15 मिनट के अंदर रकम बैंक अकाउंट में आ जाएगी।
बैंक ने कहा कि लोन की यह सुविधा SBI के उन्हीं कारोबारियों को मिलेगी जिनके पास GST नंबर होगा। साथ ही उनके पास रजिस्टर्ड सेल्स इनवॉइस भी होने चाहिए। बैंक ने बताया कि इस योजना को लाने का उद्देश्य उन छोटे कारोबारियों को आर्थिक मदद देना है जो पैसों की कमी से अपने कारोबार को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं।
इस सुविधा का लाभ लेने के लिए कारोबारी के पास GST नंबर और सोल प्रोप्राइटरशिप फर्म होनी चाहिए।
कारोबारी का SBI में करंट बैंक अकाउंट होना चाहिए।
स्टेट बैंक की शुरुआत 2 जून 1806 में हुई थी। उस समय इसे बैंक ऑफ कलकत्ता के नाम से जाना जाता था। करीब 34 साल बाद इसका नाम बदल गया। 15 अप्रैल 1940 को इसका नाम बैंक ऑफ बॉम्बे हो गया। 3 साल बाद फिर नाम बदला। 1 जुलाई 1843 को इसका नाम बैंक ऑफ मद्रास हो गया। यह नाम करीब 78 साल रहा। 27 जनवरी 1921 को इसका नाम फिर बदला और इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया हो गया। आजादी के कई सालों बाद तक इसका नाम यही रहा। 1 जुलाई 1955 को इसका नाम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हो गया।
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