आपने अब तक पेट्रोल और बैट्री (इलेक्ट्रिक) से चलने वाली बाइक तो देखी होगी लेकिन क्या कभी हवा से चलने वाली बाइक देखी है. आप सोच रहे होंगे कि भला हवा से बाइक कैसे चल सकती है ? इसे सच करके दिखाया है महज छठी कक्षा में पढ़ने वाले उत्तराखंड के अद्वैत ने. उसका दावा है कि उसने ऐसी बाइक बनाई है जिसे पेट्रोल या फिर बैट्री की भी जरूरत नहीं होगी.

 

 

 

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में छठी क्लास में पढ़ने वाले 11 साल के अद्वैत छेत्री ने हवा से चलने वाली बाइक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्पित करते हुए इसे स्वच्छ भारत मिशन में अपना छोटा सा योगदान करार दिया है.

 

 

 

अद्वैत छेत्री ने हवा से चलने वाली बाइक को लेकर कहा कि देश में बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने में यह बाइक बहुत कारगर सिद्ध होगी. जब उससे यह पूछा गया कि इसका आइडिया उसे कहां से मिला तो इसके पीछे की एक कहानी भी उसने बताई.

 

 

 

अद्वैत ने बताया कि एक दिन वो अपने भाई के साथ गुब्बारे फुला रहा था तो एक हवा से भरा गुब्बारा गिर कर दौड़ने लगा तो अद्वैत ने सोचा कि जब हवा से गुब्बारा भाग सकता है तो बाइक भी भाग सकती है. बस फिर उसने ये बात अपने पिता को बताई और इस पर काम करना शुरू कर दिया. डेमो सफल होने के बाद उसने हवा से चलने वाली बाइक को बना लिया.

 

 

 

इसकी तकनीक को लेकर 11 साल के अद्वैत छेत्री ने बताया कि उसने साधारण टायरों में भरी जाने वाली हवा से चलने वाली बाइक का एक फॉर्मूला तैयार किया है और इसका नाम अद्वैत ओ टू रखा है. इस बाइक की खासियत यह है कि इसके दोनों तरफ दो गैस टैंक लगाए गए हैं, जिससे न तो ध्वनि प्रदूषण होगा और न ही वायु प्रदूषण.

 

 

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