मुख्य रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को स्वीकार किया कि पाकिस्तान के साथ हाल ही में हुए सैन्य टकराव के दौरान भारत को कुछ विमानों का नुकसान हुआ है। हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान द्वारा छह भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने के दावे को पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे "बिल्कुल गलत" बताया।
ब्लूमबर्ग टीवी को दिए गए एक साक्षात्कार में जनरल चौहान ने कहा कि यह जानना अधिक महत्वपूर्ण है कि विमान क्यों गिरे, ताकि सेना अपनी रणनीति में सुधार कर सके और भविष्य में बेहतर तरीके से जवाब दे सके।
उन्होंने कहा, "मुद्दा यह नहीं है कि विमान गिरा, बल्कि यह है कि वह क्यों गिरा। अच्छी बात यह है कि हमने अपनी रणनीतिक गलतियों को पहचाना, उन्हें सुधारा और दो दिन बाद फिर से सभी विमानों को लंबी दूरी पर लक्ष्य भेदने के लिए उड़ाया।"
जनरल चौहान वर्तमान में सिंगापुर में चल रहे शांगरी-ला डायलॉग में भाग ले रहे हैं, जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र का एक प्रमुख सुरक्षा सम्मेलन है।
उन्होंने कहा, "हम एक युद्ध जैसी स्थिति में हैं और नुकसान इसका हिस्सा होता है। सवाल यह है कि क्या हमने अपना उद्देश्य हासिल किया? इसका उत्तर है – पूरी मजबूती से हां। इस समय मैं विमानों के नुकसान पर विस्तार से टिप्पणी नहीं करूंगा क्योंकि हम अभी भी एक सक्रिय स्थिति में हैं और इससे दुश्मन को लाभ मिल सकता है। हमारे सभी पायलट सुरक्षित घर लौट चुके हैं।"
11 मई को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान भारतीय वायुसेना के एयर ऑपरेशंस के महानिदेशक एयर मार्शल ए.के. भारती ने भी इस मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कुछ हानि हुई है, जो युद्ध का हिस्सा होती है, लेकिन यह पुष्टि की जाती है कि सभी पायलट सुरक्षित हैं।"
जनरल चौहान और एयर मार्शल भारती की ये टिप्पणियाँ उस समय आई हैं जब ऑपरेशन सिंदूर पर देशभर में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार ने इसे भारत की हालिया वर्षों की सबसे बड़ी आतंकवाद विरोधी कार्रवाई बताया है।
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