निर्भया मामले के दोषियों को फांसी देने की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए फांसी के चार तख्त तैयार किए गए हैं। इनका ट्रायल भी कर लिया गया। वहीं, निर्भया मामले के एक दोषी विनय शर्मा को मंडोली से तिहाड़ जेल लाया गया है, जबकि दोषी मुकेश, पवन और अक्षय पहले से ही तिहाड़ में बंद हैं। 

 

 

डीजी तिहाड़ संदीप गोयल का कहना है कि फांसी के लिए तैयारियां पूरी की जा रही हैं। ट्रायल के लिए तिहाड़ में मौजूद संसाधनों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। दोषियों की फांसी के लिए बक्सर जेल में तैयार कराई गई रस्सियां बुधवार देर रात तिहाड़ पहुंच गईं। जल्लाद का नाम भी तय किया जा चुका है। 

 

 

उन्होंने कहा कि हमने दो जल्लाद की व्यवस्था की है, लेकिन फांसी संभवत: एक ही जल्लाद देगा। वहीं, चारों दोषियों की हर 24 घंटे में नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की जा रही है। उनके व्यवहार पर नजर रखी जा रही है। दोषियों की सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। छह सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे उनकी निगरानी रखी जा रही है। उनकी किससे ज्यादा बातचीत हो रही है और क्या बात हो रही है। 

 

 

हाई रिस्क सेल से लगी है फांसी कोठी

तिहाड़ की जेल नंबर-तीन में फांसी की तैयारी की जा रही है, वहां संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को भी रखा गया था। फांसी कोठी से लगते हुए ही 16 हाई रिस्क सेल हैं। इन्हीं में से एक में अफजल गुरु को रखा गया था। इसी से लगती हुई 50 स्क्वायर  मीटर जगह में फांसी कोठी बनाई गई है। इसके गेट पर हर समय ताला लगा रहता है। फांसी कोठी के गेट से अंदर घुसते ही बाईं तरफ फांसी का तख्ता है। इसमें फांसी देने वाले प्लेटफॉर्म के नीचे एक बेसमेंट बनाया गया है। बेसमेंट में जाने के लिए करीब 20 सीढ़ियां हैं, जिनसे नीचे उतरकर फांसी पर लटकाए गए कैदी को बाहर निकाला जाता है। 

 

 

इससे पहले अफजल गुरु को दी गई थी फांसी

तिहाड़ में इससे पहले संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दी गई थी। तब जेल के ही एक कर्मचारी ने अफजल को फांसी दी थी। 

जेल मेनुअल के हिसाब से फांसी की तैयारी की जा रही है। अभी तारीख तो तय नहीं हुई है, लेकिन हमारी तैयारी पूरी है। 

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