केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (1 जून) को कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘वक्फ संशोधन अधिनियम’ का विरोध करने के लिए ममता बनर्जी को मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने वाली नेता बताया। शाह ने कहा, “मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए ममता दीदी ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया और देश की माताओं-बहनों का अपमान किया। 2026 के विधानसभा चुनावों में बंगाल की महिलाएं ममता दीदी और तृणमूल कांग्रेस को इसका जवाब देंगी।”


ममता बनर्जी नहीं रोक सकती घुसपैठ: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी ने बांग्लादेशियों के लिए सीमाएं खोल दी हैं और जानबूझकर BSF को ज़मीन नहीं दे रही हैं ताकि घुसपैठ जारी रहे और उनका वोट बैंक मजबूत हो। शाह बोले, “जब तक बंगाल में कमल का फूल नहीं खिलेगा, घुसपैठ नहीं रुकेगी। ममता बनर्जी चाहती हैं कि उनका भतीजा मुख्यमंत्री बने, लेकिन यह अब नहीं होने वाला।”


‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर तृणमूल की राजनीति
शाह ने कहा कि ममता बनर्जी ने ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाकर देश की सुरक्षा पर राजनीति की है। यह सैन्य कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी।


राज्य प्रायोजित दंगे और वक्फ कानून पर विरोध
मुर्शिदाबाद में अप्रैल में हुए सांप्रदायिक दंगों को लेकर शाह ने कहा कि यह “राज्य प्रायोजित दंगे” थे और ममता सरकार ने BSF की तैनाती की अनुमति तक नहीं दी। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दंगों में TMC के वरिष्ठ नेता शामिल थे और हिंदुओं पर अन्याय हुआ। शाह ने यह भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी वक्फ संशोधन अधिनियम का विरोध कर रही हैं, जो केवल मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति है।


BJP बनाएगी 2026 में सरकार
शाह ने कहा, “2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा बंगाल में सरकार बनाएगी और घुसपैठ, भ्रष्टाचार और हिंदुओं के पलायन को रोकेगी। ममता दीदी का समय अब समाप्त हो रहा है।”


राजनीतिक संदेश स्पष्ट
अपने भाषण में शाह ने साफ किया कि बंगाल की राजनीति अब सिर्फ राज्य की नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का भी विषय है। उन्होंने कहा, “जो नेता बंगाल की सीमाओं की सुरक्षा नहीं कर सकता, वह देश की सुरक्षा की बात कैसे करेगा?”


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