मुंबई से नेपाल रवाना हुए करणवीर बोहरा को सही कागजात न होने की वजह से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। उन्हें यहां एयरपोर्ट से काठमांडू की कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी थी। लेकिन वे घर से सिर्फ आधार कार्ड (यूआईडी) लेकर निकले थे, जो कि हवाईयात्रा से नेपाल पहुंचने वाले भारतीयों की पहचान के लिए वैध नहीं है।

 

करण ने ट्विटर पर जाहिर किया गुस्सा

करण वेबसीरीज 'कैसीनो' की शूटिंग के लिए नेपाल रवाना हुए थे। अपने साथ घटी घटना का जिक्र उन्होंने ट्विटर पर किया है। करण ने एयरलाइन के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया है और भारतीय दूतावास और विदेशमंत्री एस. जयशंकर को टैग करते हुए सवाल उठाया है कि अगर हवाईयात्रा से नेपाल जाने के लिए आधार कार्ड मान्य नहीं है तो उन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर ही क्यों नहीं रोका गया।

 

वे लिखते हैं, "नेपाल के लिए रवाना होने के बाद मुझे दिल्ली एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया। आधार कार्ड के साथ यात्रा की अनुमति नहीं है। नेपाल सरकार सड़कमार्ग से जाने वाले भारतीयों के लिए पासपोर्ट, वोटर आईडी और आधार कार्ड को वैध मानती है। लेकिन हवाई यात्रा में सिर्फ पासपोर्ट और वोटर आईडी की अनुमति है। ऐसे में एयर इंडिया ने मुझे मुंबई से आधार कार्ड के साथ यात्रा शुरू क्यों करने दी? उन्होंने मुझे वहां क्यों नहीं रोका?"

 


करण ने किया एयर इंडिया के निजीकरण का समर्थन

करण ने अपने एक अन्य ट्वीट में एयर इंडिया के निजीकरण का समर्थन किया है। उन्होंने टीवी होस्ट और अभिनेता जय भानुशाली के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, "सहमत हूं कि मुझे अपना पासपोर्ट ले जाना चाहिए था। लेकिन उन्होंने मुझे एयरपोर्ट (मुंबई) पर क्यों नही रोका? क्या वे कोमा में थे? वाकई... बेहतर होता कि कोई प्राइवेट कंपनी इस एयरलाइन को हैंडल करती।"

 

यह था जय भानुशाली का ट्वीट

जय भानुशाली ने अपने ट्वीट में लिखा था, "भाई उन्होंने (एयरलाइन) सरकार के उस बयान के तहत कार्रवाई की होगी, जिसमें कहा गया है कि आधार कार्ड नागरिकता का सबूत नहीं है। लेकिन मैं इस बात से भी सहमत हूं कि आपको मुंबई एयरपोर्ट पर ही रोकना चाहिए था। एयर इंडिया से ऐसी उम्मीद कोई नहीं कर सकता। मुझे लगता है कि इसी वजह से यह बिकने की कगार पर है।"

 

एयर इंडिया ने दी सफाई

करण के ट्वीट पर एयर इंडिया ने सफाई देते हुए अपने ऑफिशियल हैंडल से लिखा, "मिस्टर बोहरा नेपाल यात्रा के लिए जरूरी दस्तावेजों के बारे में जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। दस्तावेज इमिग्रेशन अथॉरिटीज की ओर से मांगे जाते हैं।" हालांकि, करण ने इसका भी जवाब दिया है। उन्होंने लिखा है, "इस लिंक के लिए शुक्रिया। मेरा मानना है कि यह न सिर्फ यात्रियों के लिए, बल्कि अधिकारियों के लिए भी है कि उन्होंने कैसे मुझे अमान्य दस्तावेज के साथ यात्रा करने दी। अगर मुंबई में ही मुझे कहा जाता तो मैं तुरंत अरेंज कर सकता था।"

 

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: