नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री ने कहा है कि राजनीतिक दलों ने अंग्रेज़ों के समय भी इतना विपरीत माहौल नहीं झेला जितना आजादी के बाद बीजेपी जनसंघ के कार्यकर्ताओं ने झेला| मोदी का मानना है कि बीजेपी की हर कोशिश को बुरी नजर से देखा गया है| ये बात प्रधानमंत्री ने राजधानी दिल्ली में बीजेपी के नए मुख्यालय की इमारत की नींव रखने के बाद कही| कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ पार्टी के सभी पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री भी शामिल थे|
पीएम मोदी ने इस मौके पर बीजेपी और जनसंघ की यात्रा को याद किया और कहा कि पार्टी को चुनौतियां आजादी के बाद से ही मिलीं| पीएम ने कहा, "बीजेपी ऐसी पार्टी है जिसे हमेशा विपरीत प्रवाह का सामना करना पड़ा, हर प्रयास को बुरी नजर से देखा गया परखा गया|" उन्होंने कहा, "आजादी के बाद जितने बलिदान एक दल ने दिए इतने किसी दूसरे दल को नहीं देने पड़े|"
अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी का ये सुनहरा दौर है और पार्टी सबसे ऊंचाई पर है| अमित शाह ने कहा, "आज बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है| उसके 1000 से ज्यादा विधायक और 300 से ज्यादा सांसद हैं|" बीजेपी के नए मुख्यालय के भवन को 2018 तक दिल्ली में दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर पूरा करने का लक्ष्य है|
रामलाल, पार्टी के संगठन महामंत्री ने कहा कि "नए भवन में परंपरा और आधुनिकता का मेल होगा|" सुप्रीम कोर्ट ने दरअसल कहा था कि राजनीतिक दलों को लुटियन ज़ोन से बाहर मुख्यालय बनाने होंगे| बीजेपी ने इसी के बाद 11 अशोक रोड से हट कर दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर इमारत बनाने का फैसला किया है|