नयी दिल्ली। प्याज की बढ़ती कीमतों से अब निजात मिल सकती है। उपभोक्ता मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, 15 दिसंबर के बाद आयातित प्याज मार्केट में आने लगेंगे। महाराष्ट्र और गुजरात से प्याज की नई फसल की आवक में तेजी आ जाएगी। इसके अलावा, सरकार ने MMTC के जरिए 30,000 मीट्रिक टन प्याज आयात करने के लिए जो फैसला किया था, उसकी आवक 27 दिसंबर से शुरू हो जाएगी।

 

एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, दिसंबर के मध्य में प्याज की कीमतों में तेजी को ब्रेक लग जाएगा। उम्मीद है कि दिसंबर तक प्याज की कीमतें नीचे आ जाएंगी, क्योंकि फिर प्याज की डिमांड और सप्लाई के बीच अंतर न के बराबर रह जाएगा।

 

इधर, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में कहा कि प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण इसके उत्पादन में कमी होने को बताया है। उन्होंने कहा कि प्याज के दाम बढ़ने के बाद इसके निर्यात पर रोक लगाई गई और आयात का आदेश दिया गया। राज्य के मुख्यमंत्रियों से भी कहा गया है कि वे प्याज के दाम को नियंत्रित रखने के लिए कदम उठाएं। जब विपक्ष ने उनसे पूछा कि क्या आप प्याज खाते हैं?

 

इसके जवाब में तोमर ने कहा, ‘मैं प्याज खाता हूं।’ तोमर ने कहा कि इस वक्त देश में प्याज का मुद्दा ज्वलंत है। लोगों को तकलीफ हो रही है। हम इससे अवगत हैं। राज्य की ओर से प्याज के उत्पादन को लेकर जो अनुमान दिया गया था, उससे कम पैदावार हुई है।

 

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