कांग्रेस को इस बात पर स्पष्टीकरण देने को बाध्य होना पड़ा है कि संसद में बुधवार को गुजरात में दलितों पर आक्रमण के विषय पर तर्क-वितर्क के समय राहुल गांधी सदन में सो नहीं रहे थे। टीवी कैमरों ने पकड़ा कि राहुल गांधी तर्क-वितर्क के दौरान सदन में अपने माथे को हाथ पर रख के सोते हुए दिखे। कुछ कांग्रेस नेताओं ने तर्क देते हुए कहा कि राहुल गांधी अपने मोबाइल फोन को चेक कर रहे थे।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि "बाहर बहुत गर्मी है। जब लोग संसद के अंदर पहुंचते हैं, तो चूंकि वहां एसी लगा हुआ है, इसलिए लोग अपनी आंखें बंद करके थोड़ा रिलैक्स करते हैं।" लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि "राहुल की झपकी इस बात का प्रतीक है कि दलितों के हितों की रक्षा में कांग्रेस की कोई दिलचस्पी नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस गुजरात और केंद्र में प्रमुख विपक्षी दल होने के बावजूद गुजरात में दलितों पर प्रमुख के मामले को उठाने में असफल रही। मायावती ने कहा कि "जब उन्होंने इस मामले को उठाया तब कहीं जाकर कांग्रेस हरकत में आई।" उना में कुछ दिनों पहले चार दलित युवकों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात में काफी तनाव की परिस्थिति बनी हुई है।
वीडियो में कुछ लोग प्रचलित रूप से चार अधनंगे दलित युवकों को मार रहे थे। माना जाता है कि पिटाई करने वाले लोग स्पष्ट रूप से 'गोरक्षक' थे। पीड़ित युवकों ने कहा कि "वे एक मरी हुई गाय की खाल उतारने जा रहे थे, लेकिन हमला करने वालों ने उन पर गोहत्या का आरोप लगाकर उनकी बुरी तरह से पिटाई की।"