निर्भया गैंगरेप…वो घटना जिसने हर भारतवासी की आंखों को नम कर दिया। ये वो घटना थी जिसने लोगों के अंदर खून खौलाया था। जब देश में इस घटना को लेकर प्रदर्शन हुए तब पुलिस से लेकर सरकार तक सब परेशान हुए। रेप के प्रति लोगों का गुस्सा दरअसल इस घटना के बाद दिखने लगा था। 7 साल पहले हुई इस घटना की चर्चा आज फिर हो रही है। आज फिर से इस घटना को लेकर प्रदर्शन और आंदोलन हो रहे हैं। ये इसलिए हो रहे हैं क्योंकि निर्भया के दोषियों को अबतक फांसी को सजा नहीं मिली है। अभी तक निर्भया के गुनाहों का हिसाब नहीं हुआ है।

 

आपको बता दें कि इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाया गया ताकि इसमें फैसला जल्दी हो। लेकिन फिर भी 7 साल बीतने के बाद भी अभी तक सबको इंतजार है फांसी का। सबके मन में सवाल यही है कि आखिर निर्भया के दोषियों को फांसी पर कब लटकाया जाएगा। इस सवाल का जवाब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने दिया है। कहा जा रहा है कि इसी 16 दिसंबर को निर्भया के दोषियों को फांसी होगी, लेकिन सच्चाई ये है कि इस फांसी में अभी और वक्त लगेगा। इसके पीछे की वजह हम आपको बताते हैं।

 

फांसी में क्यों हो रही है देरी ?
निर्भया के दोषियों की दया याचिका दिल्ली सरकार और गृह मंत्रालय पहले ही खारिज कर चुका है। लेकिन अभी भी फांसी में वक्त इसलिए लगेगा क्योंकि चार दोषियों में से एक विनय की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है। वहीं इस फांसी में देरी की एक और वजह है। वजह ये है कि 10 दिसंबर 2012 को केस के ही एक दोषी अक्षय कुमार ने पुर्नविचार याचिका दायर की थी। उसपर भी सुनवाई होना बाकी है। जब तक इसपर सुनवाई नहीं होती तब तक फांसी संभव नहीं है।

 

वहीं सारी चीजें पूरी होने के बाद भी दोषियों को लेकर ब्लैक वारंट जारी होगा। जिसमें उन्हें 14 दिन का वक्त दिया जाएगा ताकि वो अपने सारे अधूरे काम पूरे कर सके। इतना सबकुछ होने में अभी वक्त लगेगा। इसलिए अभी देशवासियों को इंतजार करना होगा। निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर चढ़ाया तो जाएगा लेकिन उसमें इंतजार कितना पड़ेगा ये अभी कोई भी निश्चित नहीं है। सबको उम्मीद यही है कि सारी प्रक्रियाएं जल्दी पूरी हों।

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