
सुप्रीम कोर्ट केकावेरी जल विवाद के आदेश के बाद कावेरी जल विवाद को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है और लोग हिंसा पर उतर आए| राज्य की संपत्ति को नुकसान के साथ-साथ मारपीट के बाद कई जिलों में दहशत का माहौल है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ऐसे में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे है| प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयान में कहा, "कावेरी पानी के बंटवारे पर जिस तरह के हालात कर्नाटक-तमिलनाडु में बने हैं, वो बहुत दुखद हैं|
मुझे व्यक्तिगत पीड़ा है| किसी भी समस्या का हल हिंसा के द्वारा नहीं निकाला जा सकता| लोकतंत्र में समाधान संयम और आपसी बातचीत से ही निकलता है| इस विवाद का हल कानून की परिधि में ही संभव है| कानून तोड़ना विकल्प नहीं है| पिछले दो दिन से जिस तरह की हिंसा और आगजनी हो रही है उसमें नुकसान किसी गरीब का ही हो रहा है, हमारे देश की ही संपत्ति का हो रहा है| देश के सामने आई विपरीत परिस्थितियों में, पूरे देश के लोगों की तरह, कर्नाटक और तमिलनाडु के लोगों ने हमेशा पूरी संवेदनशीलता का परिचय दिया है|
मेरी कर्नाटक और तमिलनाडु की जनता से अपील है कि संवेदनशीलता दिखाने के साथ ही अपने नागरिक कर्तव्यों को भी याद रखें| मुझे भरोसा है कि आप राष्ट्रहित और राष्ट्रनिर्माण को सर्वोपरि समझेंगे और हिंसा, तोड़फोड़-आगजनी के बजाय संयम, सद्भावना और समाधान को प्राथमिकता देंगे|"
केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इससे पहले इस संबंध में एक अपील जारी की है| उन्होंने कहा "सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस प्रकार की हिंसा ठीक नहीं है| इस प्रकार की हिंसा कानून व्यवस्था के हिसाब से ठीक नहीं है और यह कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाता है|" उन्होंने कहा कि "कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोई अंतरिम आदेश दिया है| इसके बाद भी कोई समस्या है तो दोनों राज्यों के लीडर इस मुद्दे पर बातचीत कर सकते हैं और किसी समाधान पर पहुंच सकते हैं| दोनों राज्यों से संबद्ध लोग एक दूसरे राज्य में रहते हैं और ऐसे माहौल में उनकी सुरक्षा की चिंताएं गहरा जाती हैं|"