प्रतिष्ठित पारंपरिक चिकित्सा व्यवसायी हेमचंद मांझी ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने के फैसले की घोषणा की है। यह कदम नक्सली समूहों से बढ़ती धमकियों के जवाब में उठाया गया है, जिससे उन्हें अपनी सुरक्षा का डर सताने लगा है। मांझी को पारंपरिक चिकित्सा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार मिला। उनका काम स्वदेशी चिकित्सा पद्धतियों को संरक्षित करने और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
बता दें कि, रविवार देर रात छोटेडोंगर पुलिस थाने से 4 किमी दूर चमेली गांव और गौरदण्ड में दस्तक देकर दो बीएसएनएल टावर को आग के हवाले कर दिया हैं। वहीं नक्सलियों ने मौके पर कई बैनर पोस्टर भी लगाए। उनमें छोटेडोंगर के पद्मश्री वैधराज हेमचंद्र मांझी को आमदई खदान का दलाल बताते हुए देश से मार भगाने की धमकी दी है।
उल्लेखनीय है कि, नक्सलियों ने पद्मश्री हेमचंद्र मांझी के भतीजे कोमल मांझी की निर्मम हत्या कर दी है। वे आमदई माइंस में दलाली करने का आरोप लगाकर वैधराज हेमचंद्र मांझी को लगातार धमकी दे रहे हैं। इस वजह से ही पुलिस प्रशासन ने वैधराज को जिला मुख्यालय के सेफ हाऊस में सुरक्षा प्रदान कर रखा है।
आईटीबी लगातार कर रही सर्चिंग
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि, जिला नारायणपुर थाना छोटेडोंगर के ग्राम गौरदण्ड और ग्राम चमेली में रविवार देर रात करीब 12 बजे नक्सलियों ने 2 निर्माणाधीन मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया है। इस क्षेत्र में जिला पुलिस बल और आईटीबी लगातार सर्चिंग कर रही है। सुरक्षाबलों ने बताया कि, टावर जल्द ही शुरू होने वाला था लेकिन नक्सलियों ने इसे आग के हवाले कर दिया।
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