कर्नाटक दिल्ली के बाहर पहली बार इस मेगा राष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी करने वाला पहला राज्य बन गया। इसी दिन पहले सेना प्रमुख मेजर जनरल के एम करियप्पा ने 1949 में अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल सर फ्रांसिस रॉय बुचर से भारतीय सेना की कमान संभाली थी। परेड कमांडर मेजर जनरल रवि मुरुगन ने कहा, इस प्रकार स्वतंत्रता के बाद वे पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बन गए।
कार्यक्रम की शुरुआत मद्रास इंजीनियरिंग युद्ध स्मारक पर मेजर जनरल पांडे द्वारा आयोजित माल्यार्पण समारोह से होने की उम्मीद है। समारोह उन लोगों को श्रद्धांजलि के रूप में आयोजित किया जा रहा है जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया। परेड में सेना सेवा कोर के एक घुड़सवार दल और 5 रेजिमेंटल बैंड वाले एक सैन्य बैंड सहित 8 दल शामिल होंगे।
मेजर जनरल मुरुगन ने कहा कि परेड को हेलीकॉप्टर, ध्रुव और रुद्र के फ्लाई-पास्ट द्वारा समर्थित किया जाएगा। इसके अलावा सेना के इन्वेंटरी में रखे गए विभिन्न वेपन सिस्टम्स भी प्रदर्शित किए जाएंगे। इनमें के9 वज्र सेल्फ प्रोपेल्ड गन, पिनाका रॉकेट, टी-90 टैंक, बीएमपी-2 इन्फैंट्री फाइटिंग व्हीकल, तुंगुस्का एयर डिफेंस सिस्टम, 155एमएम बोफोर्स गन, लाइट स्ट्राइक व्हीकल, स्वाति राडार और अलग-अलग असॉल्ट ब्रिज शामिल हैं।
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