
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी उन्हें घर के अंदर कुछ संदिग्ध वस्तुएं दिखाई दीं। खतरे को भांपते हुए जवान तुरंत पीछे हट गए। कुछ ही देर में घर में एक भीषण विस्फोट हुआ, जिससे पूरा मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि घर में विस्फोटक सामग्री छुपाई गई थी।
दूसरे आतंकी का घर भी ढहाया गया
इसी बीच, लश्कर-ए-तैयबा के एक और आतंकी आदिल ठोकर उर्फ आदिल गूरी का घर भी अनंतनाग के बिजबेहरा के गूरी क्षेत्र में ढहा दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, आदिल ने भी पहलगाम हमले में बड़ी भूमिका निभाई थी। वह 2018 में कानूनी रूप से पाकिस्तान गया था, जहां उसने आतंकी प्रशिक्षण लिया। वह पिछले साल ही लौटकर आया और तब से ही उसकी गतिविधियों पर खुफिया एजेंसियों की नजर थी।
पाकिस्तान से मिला था प्रशिक्षण
पहलगाम आतंकी हमले की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस हमले में 5 से 7 आतंकी शामिल थे, जिनकी मदद दो स्थानीय आतंकियों ने की, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था। अधिकारियों के अनुसार, मृतकों में से एक पर्यटक की पत्नी ने आदिल ठोकर की पहचान की है, जिससे उसकी भूमिका की पुष्टि हुई है।
सुरक्षा एजेंसियों ने तीन पाकिस्तानी आतंकियों – आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा – के स्केच भी जारी किए हैं। इनके कोड नाम मूसा, यूनुस और आसिफ थे। ये तीनों पहले भी पूंछ में आतंकी गतिविधियों में शामिल रह चुके हैं।
पहलगाम आतंकी हमला – अब तक का सबसे बड़ा हमला
22 अप्रैल को हुए इस भयावह आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और दर्जनों अन्य घायल हो गए थे। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। हालांकि, सरकार ने अभी तक आधिकारिक रूप से हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। हमले के बाद से इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आमतौर पर पर्यटकों से भरा रहने वाला पहलगाम इस समय सुनसान नजर आ रहा है।