प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार हो रही है, जो कि पाकिस्तान के खिलाफ एक दंडात्मक सैन्य कार्रवाई थी। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के जवाब में की गई थी।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में मंत्रियों को ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी दी जाएगी। यह मुद्दा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आगामी योजनाओं में भी प्रमुख रहेगा, जिनका उद्देश्य मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ को चिह्नित करना है।
प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक में अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाल सकते हैं। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब सभी मंत्री देशभर में जनसंपर्क कार्यक्रमों की तैयारी कर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है:
7 मई की सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना और मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा शामिल था।
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक दो सप्ताह बाद किया गया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल के भाषणों में ऑपरेशन सिंदूर को भारत की "नई सामान्य नीति" बताया है, जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का कड़ा जवाब देना शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में किसी भी आतंकी घटना पर भारत उसी दृढ़ता से जवाब देगा।
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