
यह बयान उस वक्त आया जब देवड़ा पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया की प्रशंसा कर रहे थे। उन्होंने कहा, "केवल देश ही नहीं, बल्कि पूरी सेना भी मोदी जी के आतंकवाद के खिलाफ लिए गए कड़े फैसलों से प्रभावित होकर उनके चरणों में झुक रही है।" उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना करने की अपील की।
देवड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों की जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम है। उन्होंने दावा किया कि मोदी के नेतृत्व में ही आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई संभव हो सकी है।
पहलगाम हमले में धर्म के आधार पर किया गया हमला – देवड़ा
अपने भाषण में देवड़ा ने पहलगाम हमले की बर्बरता का ज़िक्र करते हुए कहा कि आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर गोली मारी। उन्होंने कहा, "पहलगाम में आतंकियों ने पहले पर्यटकों से धर्म पूछा, फिर महिलाओं को अलग कर पुरुषों को उनके बच्चों और परिवार वालों के सामने गोली मार दी।" उन्होंने इसे अमानवीय बताया और कहा कि देश तब तक शांत नहीं बैठेगा जब तक सभी आतंकियों और उनके समर्थकों का सफाया नहीं हो जाता।
विपक्ष का कड़ा विरोध
देवड़ा के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे "बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण" बताया। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने लिखा, "पहले मध्य प्रदेश के एक मंत्री ने महिला सैनिकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की और अब डिप्टी सीएम ने हमारी सेना का अपमान किया है। पूरा देश हमारी सेना के साहस पर गर्व करता है, लेकिन भाजपा नेता लगातार उनका अपमान कर रहे हैं। भाजपा न तो इन पर कार्रवाई कर रही है, न ही इन्हें रोक रही है। क्या यही संदेश देश की सेना और जनता को देना चाहते हैं?"
देवड़ा के बयान से सत्तारूढ़ भाजपा एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है, और सेना के सम्मान को लेकर राजनीतिक बहस तेज हो गई है।